समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन करने में कामयाबी पा ली लेकिन वो अपने परिवार में एकता कायम रखने में नाकाम रहे.उनके चाचा शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से बगावत करके नयी पार्टी बना ली.इतना ही नही शिवपाल ने चुनाव लड़ने का भी एलान किया है.शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया को कुंजी चुनाव चिन्ह मिला है.
शिवपाल यादव ने मैंनपूरी छोड़कर सभी सीटो पर प्रत्याशी उतारने का एलान किया है.गौरतलब है कि मेनपूरी से मुलायम सिंह यादव का सपा से उतरना तय है.कल एक चुनावी सभा में शिवपाल यादव ने बड़ा एलान करते हुए फिरोजाबाद से खुद ही चुनाव में उतरने की बात कही.गौरतलब है कि फिरोजाबाद लोकसभा सीट से इस समय रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव सांसद है.
उन्होंने अपने परिवार पर बोलते हुए कहा कि उन्हें अब भाई,भतीजा और परिवार नहीं देखना है बल्कि किसान,छात्र और व्यापारियों की समस्याएं देखनी हैं.शिवपाल यादव ये बात फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद के रामलीला मैदान में कही.सभा में बोलते हुए शिवपाल भावुक भी हो गये,उन्होंने कहाकि
सोचा नही था कि नेताजी के रहते परिवार टूट जाएगा.उन्होंने कहाकि मुलायम सिंह यादव के साथ हमेशा थे और रहेंगे.हमने नेताजी को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है.हम उन्हें जिताएंगे.
रामपुर से भी प्रत्याशी उतारा-
ऐसी खबरे है कि रामपुर लोकसभा सीट से सपा के कद्दावर नेता आजम खान खुद चुनाव लड़ेंगे.इसको लेकर सपा सूत्रों ने भी पुष्ठी की है.अब तक आजम खान ने लोकसभा का चुनाव नही लड़ा है लेकिन शिवपाल यादव ने रामपुर में भी अपना प्रत्याशी उतार दिया है.शिवपाल यादव ने रामपुर लोकसभा सीट से संजय सक्सेना को उम्मीदवार बनाया है.रामपुर के अलावा मेरठ से कवियत्री अनामिका अंबर को प्रत्याशियों खड़ा करने की घोषणा की.सभा में शिवपाल ने तीन सीटो से उम्मीदवार उतारने का एलान किया है.
अन्य जगह उम्मीदवारों का एलान बाद में किया जायेगा.अब तक सपा के वरिष्ठ नेता यादव परिवार के झगड़े पर चुप्पी साधते रहते रहे है लेकिन शिवपाल के इस कदम पर वो क्या प्रतिक्रिया देते है ये देखने वाली बात होगी.पिछले दिनों आजम खान ने यादव परिवार के झगड़े पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा था कि नेताजी की विरासत अखिलेश है लेकिन उनका दिल भाई की तरफ है इसलिए वे वहां भी चले जाते है लेकिन इससे ये तो नही साबित होता है कि नेता जी बेटे के साथ नही है.