नई दिल्ली-कहते हैं कला किसी की मोहताज नहीं होती।यदि हुनर किसी के पास हो तो वह पत्थर तोड़कर भी पानी पी सकता है।अगर इच्छाशक्ति हो, तो कोई बाधा आड़े नहीं आती।ऐसे ही हुनर दिखाया है काशीपुर की एक छात्रा ने जिसने गरीबी को मात देकर देहरादून में आयोजित कला उत्सव में राज्यभर में तीसरा स्थान हासिल कर अपने शहर का नाम रोशन किया है।
बता दे कि देहरादून में दो दिवसीय समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्य स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया गया।पं.गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज कक्षा 9 की छात्रा नाजिया (13) ने इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर अपनी आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।नाजिया ने तीसरा स्थान हासिल किया है।बता दे कि इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर से 13 जिलों के छात्रों ने इसमें प्रतिभाग किया। नाजिया को संस्कृत के श्लोक कंठस्थ हैं।
इससे पूर्व सितंबर में राज्य स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता (हरिद्वार) में भी नाजिया अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है।श्लोकोच्चारण में नाजिया ने उत्तराखंड में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।नाजिया की इस उपलब्धि पर पं. जीबी पंत इंटर कॉलेज विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्ष विमला गुड़िया एवं प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने हर्ष व्यक्त किया है।
मोहल्ला महेशपुरा निवासी नाजिया के पिता मोहम्मद अशफाक मोटर मैकेनिक है।वह दो भाइयों की इकलौती बहन है।परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण विद्यालय के चार शिक्षक उसकी मदद कर रहे हैं।संस्कृत विषय की शिक्षा उसे शिक्षक जगदीश पांडे दे रहे हैं।सबसे मजेदार बात यह है कि घर में अरबी,उर्दू और मन में संस्कृत,संगीत परिवार में उर्दू,अरबी का माहौल होने के बावजूद नाजिया को संस्कृत विषय पर गजब की महारत हासिल है।
संस्कृत के साथ संगीत में भी उसकी खास रूचि है।नाजिया ने बताया कि संस्कृत उसका पसंदीदा विषय है,लेकिन गाने का शौक बचपन से है।नाज़िया की शिक्षिका शिल्पी चतुर्वेदी उन्हें संगीत की शिक्षा दे रही है।घरवाले बताते है कि नाज़िया को टीवी पर बच्चों के शो देखकर उसमें गाने की ललक जागी।वह प्ले बैक सिंगर बनना चाहती है।वह तीन दिन पूर्व जी टीवी पर प्रसारित होने वाला सारेगामापा लिटिल चैंप में प्रतिभाग करने गई है। उसने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर भाई पढ़ाई नहीं कर सके।